दीपक कौन जलायेगा.......?

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,,,, *दीपक कौन जलायेगा* ,,,,,
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*परिवर्तन की माँग कर रहा*
*मंदिर मस्ज़िद गुरुद्वारा,,,*
*पूँछ रहा ईमान धर्म ये*
*भाईचारा क्यों हारा,,,,,,,,,*
*तुम ही यदि पथभ्रष्ट हुये तो*
*रास्ता कौन दिखायेगा,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,,* 🌾
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*तुम ही हो आधार देश का*
*तुमसे ही पहचान बनी,,,,,,*
*तुम्ही पे हम अभिमान कर रहे*
*तुम्ही से मेरी शान बनी,,,,,,,,,,,,,,*
*तुम्ही लूटने लगे जो इज्ज़त*
*तो फ़िर कौन बचायेगा,,,,,,,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,,,?* 🌾
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*बच्चों का भविष्य तुमसे है,,,*
*और बूढ़ों का आज़ हो तुम*
*विकलांगों के अंग तुम्ही*
*और गूंगों की आवाज़ हो तुम*
*दर्पण हो यदि टूट गये तो*
*चेहरा कौन दिखायेगा,,,,,,,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,,?* 🌾
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*पगडंडी के तुम निशान*
*तुम ही नेता आगामी हो,,,,*
*तुम ही पालनहार सभी के*
*तुम ही सबके स्वामी हो,,,,,,*
*अगर रुलाने लगे तुम्ही तो*
*बोलो कौन हंसायेगा,,,,,,,,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,?* 🌾
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*जाति धर्म में बंटकर ख़ुद को*
*मत इतना कमज़ोर करो,,*
*मिलजुल तुम हष्ट पुष्ट*
*अपने रिश्तों की डोर करो,,,,,,*
*तुम ख़ुद ही बंट गये अगर तो*
*सोंचों कौन मिलायेगा,,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,,,,,?* 🌾
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*आपस में मतभेद हों लेकिन*
*कभी नहीं मन भेद करो,,,,,,,,*
*किसी की भी हो जल की गगरी*
*कभी न उसमे छेद करो,,,,,*
*तुम भी मारोगे कंकड़ तो*
*पानी कौन पिलायेगा,,,,,,,,,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,,,,,,?* 🌾
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*आओ सबको शांत करें*
*ख़ुशहाली लायें जीवन में,,,,*
*मन के पतझड़ को दूर करें*
*हरियाली लायें उपवन में,,,,,,,*
*तुम ही यदि लड़वाओगे तो*
*सुला कौन करवायेगा,,,,,,,,,?*
*युग के वाहक अरे युवाओं*
*दीपक कौन जलायेगा,,,,,,,,,,,,,?* 🌾
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            *कवि सिद्धार्थ अर्जुन*
      *छात्र इलाहाबाद विश्वविद्यालय*
             

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