तुम कहो न कहो हम समझ जायेंगे...

दिल की बेचैनियाँ,, दिल की बेताबियाँ
तुम कहो न कहो,, हम समझ जायेंगे.....

जो ख़्यालात हैं दर्द-ए-दिल में छुपे,
तुम कहो न कहो,, हम समझ जायेंगे....


राज़ क्या है,तेरे पलकों के दरमियाँ
तुम कहो न कहो,, हम समझ जायेंगे.....

इस नज़र का इरादा,इशारों की ज़िद,
तुम कहो न कहो,, हम समझ जायेंगे.....

हो गया दिल पे "सिद्धार्थ" कैसा सितम,
तुम कहो न कहो,, हम समझ जायेंगे.......

                    सिद्धार्थ अर्जुन
                   9792016971

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