हम क़िरदार निभाते जाना....

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,,,, *हर किरदार निभाते जाना* ,,,,,,

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*तुझ पर सबके कर्ज़ बहुत हैं,,*
*अब तक बाक़ी फ़र्ज बहुत हैं,,,*
*एक कला में नहीं है जीवन*
*जीने की भी तर्ज़ बहुत हैं,,,,,,,,*
*रह न जाये कोई वंचित*
*सब पर हाथ फिराते जाना,,,*
*जीवन में क़िरदार बहुत हैं*
*हर क़िरदार निभाते जाना,,,,,,,,*
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*कहीं है बेटा कहीं है भाई*
*कहीं यार की यारी है,,,,,,,*
*भांति भांति की एक दूजे से*
*सबकी रिश्तेदारी है,,,*
*हर रिश्ते को पाल पोष कर*
*रिश्तेदारी अमर बनाना,,,*
*जीवन में क़िरदार बहुत हैं*
*हर क़िरदार निभाते जाना,,,,,,,,*
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*अपने बारे में मत सोंचों*
*अपनों का भी ख़्याल करो,,,,*
*नाज़ है तुझ पर जिन जिन को*
*उन सबका ऊँचा भाल करो,,,*
*बनना पड़े तो ज़ोकर बनकर*
*सबको ख़ूब हँसाते जाना,,*
*जीवन में क़िरदार बहुत हैं*
*हर क़िरदार निभाते जाना,,,,,,,,*
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*अगर अमावस आज हुई*
*तो पूनम रात भी होनी है,,,*
*सूखा है यदि पड़ा आज़*
*तो कल बरसात भी होनी है,,,,,*
*कैसा भी हो मौसम तुम*
*अपना अस्तित्व बचाते जाना,,*
*जीवन में क़िरदार बहुत हैं*
*हर क़िरदार निभाते जाना,,,,,,,,,,,*
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
*जियेंगे सब जीवित रहकर*
*तुमको मरकर भी जीना है,,,*
*अमृत कोई भी पी लेगा,,*
*तुम्हे ज़हर भी पीना है,,,,,,,,,,*
*क़सम है ख़ुद से वादा है*
*अब चलो नया इतिहास बनाना*
*जीवन में क़िरदार बहुत हैं*
*हर क़िरदार निभाते जाना,,,,,,,,,,*
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                 *कवि सिद्धार्थ अर्जुन*
                   *9792016971*
          

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