नेक नज़रिया तलाश लें...

दलदल है यहाँ प्यास कभी बुझ नहीं सकती,
उनसे कहो कि दूसरा दरिया तलाश लें.......

बदनाम करना इश्क़ में मुझको नहीं आसां,
उनसे कहो कि दूसरा जरिया तलाश लें........

बस चन्द घड़ी शेष है इस पाक़ उमर की,
कह दो कि एक और उमरिया तलाश लें.......

सूरत तो क्या सीरत भी मेरी है बड़ी दिलकश,
है देखना तो नेक नज़रिया तलाश लें........

"सिद्धार्थ" नहीं हाँकता है भेंड़-बकरियाँ
उनसे कहो कि एक गड़रिया तलाश लें......

            सिद्धार्थ अर्जुन

    

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