चलो सब करते हैं मतदान...
,,, *चलो सब करते हैं मतदान* ,,,
समय दान,धन धान्य दान,
इन सबसे बड़ा महान,,,,,,
चलो सब करते हैं मतदान...
कोई ख़ाक में मिले दुबारा,
कोई भरे उड़ान,,,,,
चलो सब करते हैं मतदान...
किसने कितना काम किया,
किसने किसको बदनाम किया,
किसने दौड़ाया विकास को,
किसने पहिया जाम किया,
आँख खोलकर,ध्यान लगाकर,
करनी है पहचान,,,
चलो सब करते हैं मतदान....
पाँच बरस का लेखा जोखा,
यह त्यौहार बतायेगा..
जितने रंग छुपे थे अब तक,
सारे रंग दिखायेगा..
धोखे बाजों को मत चुनना,
चुनना नेक प्रधान,
चलो सब करते हैं मतदान.....
हमसे शक्ति हमसे सत्ता,
हमसे ही सिंघासन है,
हमसे पावन हमसे निर्मल
भारत माँ का आसन है..
कोई दरिंदा ताज न लेले,
चुनने को इंसान,
चलो सब करते हैं मतदान....
दिल्ली ने आवाज़ लगायी,
जागो बहना, जागो भाई,
दिखा सको आइना सभी को,
आज दुबारा घड़ी वो आयी,
बटन दबाकर सभी डालिये,
लोकतंत्र में जान,,
चलो सब करते हैं मतदान......
सबकी हो सरकार इस दफ़ा,
सपना हो साकार इस दफ़ा,
जाति पाति और ऊँच नीच का
होवे बंटाधार इस दफ़ा....
ऐसा मिलकर करो जतन अब,
चमके हिंदुस्तान,,,
चलो सब करते हैं मतदान.....
*कवि सिद्धार्थ अर्जुन*
समय दान,धन धान्य दान,
इन सबसे बड़ा महान,,,,,,
चलो सब करते हैं मतदान...
कोई ख़ाक में मिले दुबारा,
कोई भरे उड़ान,,,,,
चलो सब करते हैं मतदान...
किसने कितना काम किया,
किसने किसको बदनाम किया,
किसने दौड़ाया विकास को,
किसने पहिया जाम किया,
आँख खोलकर,ध्यान लगाकर,
करनी है पहचान,,,
चलो सब करते हैं मतदान....
पाँच बरस का लेखा जोखा,
यह त्यौहार बतायेगा..
जितने रंग छुपे थे अब तक,
सारे रंग दिखायेगा..
धोखे बाजों को मत चुनना,
चुनना नेक प्रधान,
चलो सब करते हैं मतदान.....
हमसे शक्ति हमसे सत्ता,
हमसे ही सिंघासन है,
हमसे पावन हमसे निर्मल
भारत माँ का आसन है..
कोई दरिंदा ताज न लेले,
चुनने को इंसान,
चलो सब करते हैं मतदान....
दिल्ली ने आवाज़ लगायी,
जागो बहना, जागो भाई,
दिखा सको आइना सभी को,
आज दुबारा घड़ी वो आयी,
बटन दबाकर सभी डालिये,
लोकतंत्र में जान,,
चलो सब करते हैं मतदान......
सबकी हो सरकार इस दफ़ा,
सपना हो साकार इस दफ़ा,
जाति पाति और ऊँच नीच का
होवे बंटाधार इस दफ़ा....
ऐसा मिलकर करो जतन अब,
चमके हिंदुस्तान,,,
चलो सब करते हैं मतदान.....
*कवि सिद्धार्थ अर्जुन*
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